ऐ  जिंदगी  

ऐ  जिंदगी
ऐ  जिंदगी  
ऐ  जिंदगी  मैं  तुझे  जी  भर 
जीना चाहती हूँ ,
हो  सकता  है हमारा  साथ 
अधूरा रह  जाए फिर' भी ,
तेरी  हर हद को पार  
करना चाहती  हूँ ,
तूने  मुझे  जीना सिखाया  है 
अब तक ,
उसे  और  आजमाना  चाहती हूँ ,
जानती  हूँ ,आसान  नहीं  है 
ऐ   जिंदगी ,फिर  भी 
हर  अश्क  को  खुशी  से 
पीना चाहती  हूँ ,
ऐ  जिंदगी  तूने  मुझे 
हर चीज़ सीखा  दी ,
फ़िर  भी  तुझे  और  जीना  
चाहती  हूँ ,
ऐ  जिंदगी  तुझे  मैं  जी  भर 
जीना  चाहती हूँ l
                         -शैफाली